पुराने पर नया चेहरा ज़रूरी है
By prashant-sharma-darazMarch 27, 2021
पुराने पर नया चेहरा ज़रूरी है
मुखौटा क्यों नहीं बदला ज़रूरी है
सही को बस सही कहना नहीं काफ़ी
ग़लत को भी ग़लत कहना ज़रूरी है
मुझे उस से उसे मुझ से नहीं कुछ भी
यहाँ पर कुछ न कुछ होना ज़रूरी है
अरे माना तेरे अब्बा को भाया है
मगर लड़का सही हो क्या ज़रूरी है
मेरे हाथों लिखा ये ख़त उसे देना
उसे जब दो उसे कहना ज़रूरी है
मुझे जब थी ज़रूरत तब कहाँ था तू
मुझे अब मत बता तू क्या ज़रूरी है
'दराज़' अच्छा है इक शाइ'र चलो माना
तो क्या इंसाँ भी हो अच्छा ज़रूरी है
मुखौटा क्यों नहीं बदला ज़रूरी है
सही को बस सही कहना नहीं काफ़ी
ग़लत को भी ग़लत कहना ज़रूरी है
मुझे उस से उसे मुझ से नहीं कुछ भी
यहाँ पर कुछ न कुछ होना ज़रूरी है
अरे माना तेरे अब्बा को भाया है
मगर लड़का सही हो क्या ज़रूरी है
मेरे हाथों लिखा ये ख़त उसे देना
उसे जब दो उसे कहना ज़रूरी है
मुझे जब थी ज़रूरत तब कहाँ था तू
मुझे अब मत बता तू क्या ज़रूरी है
'दराज़' अच्छा है इक शाइ'र चलो माना
तो क्या इंसाँ भी हो अच्छा ज़रूरी है
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