प्यार किया तो डरना क्या जब प्यार किया तो डरना क्या प्यार किया कोई चोरी नहीं की छुप छुप आहें भरना क्या आज कहेंगे दिल का फ़साना जान भी ले ले चाहे ज़माना मौत वही जो दुनिया देखे घुट घुट कर यूँ मरना क्या उन की तमन्ना दिल में रहेगी शम्अ' इसी महफ़िल में रहेगी इश्क़ में जीना इश्क़ में मरना और हमें अब करना क्या छुप न सकेगा इश्क़ हमारा चारों तरफ़ हैं उन का नज़ारा पर्दा नहीं जब कोई ख़ुदा से बंदों से पर्दा करना क्या