क़दम क़दम है इक आफ़त शराब पीते हैं

By farhat-ehsasFebruary 6, 2024
क़दम क़दम है इक आफ़त शराब पीते हैं
कि हम नजात की सूरत शराब पीते हैं
तमाम अहल-ए-सियासत को ख़ून पीने दो
चलो हम अहल-ए-मोहब्बत शराब पीते हैं


जो ज़हर-ए-‘अक़्ल बहुत पी रहे हैं शह्र के लोग
तो आ इधर मिरी वहशत शराब पीते हैं
हुई है ख़्वाब की मौत और कोई रोता नहीं
उठाओ जाम-ए-हक़ीक़त शराब पीते हैं


नहीं ब'ईद जो कल हम भी ख़ून पीने लगें
अभी यही है ग़नीमत शराब पीते हैं
76593 viewsghazalHindi