रहना नहीं अगरचे गवारा ज़मीन पर

By jamal-ehsaniFebruary 26, 2024
रहना नहीं अगरचे गवारा ज़मीन पर
लेकिन इक आदमी है हमारा ज़मीन पर
तुर्फ़ा कि रस्म-ए-गिर्या-ओ-ज़ारी भी उठ गई
मुश्किल तो पहले ही था गुज़ारा ज़मीन पर


पहले तो दी गई मुझे बीनाई और फिर
मंज़र 'अजीब उस ने उतारा ज़मीन पर
भटके हुओं को राह दिखाने को कम नहीं
टूटे हुए दिये का किनारा ज़मीन पर


उस की नज़र बदलने से पहले की बात है
मैं आसमान पर था सितारा ज़मीन पर
49870 viewsghazalHindi