रेत पर कोई पानी लिख रहा है
By pramod-pundhir-pyaasaFebruary 28, 2024
रेत पर कोई पानी लिख रहा है
मिरे घर की कहानी लिख रहा है
चाँद को देख कर समुंदर भी
शा'इरी आसमानी लिख रहा है
ये चमन अपनी ख़ाकसारी में
ओस पर रात-रानी लिख रहा है
धूएँ की स्याही से वो एक दिया
‘अर्ज़-ए-ग़म बे-ज़बानी लिख रहा है
नोच कर के वो पर परिंदों के
मुस्तक़बिल उड़ानी लिख रहा है
हाथ भेजा है ख़त रक़ीबों के
बात पर शादमानी लिख रहा है
मिरे घर की कहानी लिख रहा है
चाँद को देख कर समुंदर भी
शा'इरी आसमानी लिख रहा है
ये चमन अपनी ख़ाकसारी में
ओस पर रात-रानी लिख रहा है
धूएँ की स्याही से वो एक दिया
‘अर्ज़-ए-ग़म बे-ज़बानी लिख रहा है
नोच कर के वो पर परिंदों के
मुस्तक़बिल उड़ानी लिख रहा है
हाथ भेजा है ख़त रक़ीबों के
बात पर शादमानी लिख रहा है
72884 viewsghazal • Hindi