सारे ख़ुश-फ़हम पए-वस्ल जिए जाते हैं और मयस्सर है हमें वो तो मरे जाते हैं उस के आँसू कहाँ रुकते हैं हथेली से मिरी सारे अल्फ़ाज़ ख़मोशी से बहे जाते जाते हैं हो सके गर तो दरख़्तों की हिफ़ाज़त करना हम परिंदों के लिए छाँव किए जाते हैं बात करते हुए क्या सोचने लगते हो तुम हम बहुत दूर बहुत दूर चले जाते हैं 'इश्क़ करते हैं हमें इस से भला क्या मतलब किस तरह शे'र मोहब्बत में कहे जाते हैं