ताक़तें तुम्हारी हैं और ख़ुदा हमारा है
By manzar-bhopaliFebruary 27, 2024
ताक़तें तुम्हारी हैं और ख़ुदा हमारा है
'अक्स पर न इतराओ आईना हमारा है
आप की ग़ुलामी का बोझ हम न ढोएँगे
आबरू से मरने का फ़ैसला हमारा है
'उम्र भर तो कोई भी जंग लड़ नहीं सकता
तुम भी टूट जाओगे तज्रबा हमारा है
अपनी रहनुमाई पर अब ग़ुरूर मत करना
आप से बहुत आगे नक़्श-ए-पा हमारा है
'अक्स पर न इतराओ आईना हमारा है
आप की ग़ुलामी का बोझ हम न ढोएँगे
आबरू से मरने का फ़ैसला हमारा है
'उम्र भर तो कोई भी जंग लड़ नहीं सकता
तुम भी टूट जाओगे तज्रबा हमारा है
अपनी रहनुमाई पर अब ग़ुरूर मत करना
आप से बहुत आगे नक़्श-ए-पा हमारा है
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