उस की मोहब्बतों का तरीक़ा कुछ और है

By jamal-ehsaniFebruary 26, 2024
उस की मोहब्बतों का तरीक़ा कुछ और है
कहता वो मुझ से और है करता कुछ और है
जो उस पे बीतती है वो मा'लूम है मुझे
जब उस से पूछता हूँ बताता कुछ और है


वो भी समझता है कि जुदा क्यों हुए हैं हम
ये मैं भी जानता हूँ कि क़िस्सा कुछ और है
पंचों की बात मान लें किस तरह हम कि जब
मेरे और उस के दरमियाँ झगड़ा कुछ और है


उस के बग़ैर चैन भी पड़ता नहीं जिसे
समझाता और कुछ हूँ समझता कुछ और है
कर ऐ ग़ज़ाल-ए-'इश्क़ मिरे शह्र-ए-दिल की सैर
सहराओं में ग़ुबार उड़ाना कुछ और है


यारों से मिलते-जुलते रहा कीजिए 'जमाल'
यारों के बीच इन दिनों चर्चा कुछ और है
35104 viewsghazalHindi