वो चिंगारियों को हवा दे गया
By ghayas-mateenSeptember 3, 2022
वो चिंगारियों को हवा दे गया
समुंदर था लेकिन ये क्या दे गया
मैं जलते चराग़ों की साँसों में हूँ
कोई जागने की दुआ दे गया
शिकारी बड़ा शो'बदा-बाज़ था
परिंदों को इक आइना दे गया
मैं मक़्ता पे पहुँचा तो वो रो पड़ा
मुझे शायरी का सिला दे गया
बड़ी धूप थी घर के बाहर 'मतीन'
मगर वो शजर आसरा दे गया
समुंदर था लेकिन ये क्या दे गया
मैं जलते चराग़ों की साँसों में हूँ
कोई जागने की दुआ दे गया
शिकारी बड़ा शो'बदा-बाज़ था
परिंदों को इक आइना दे गया
मैं मक़्ता पे पहुँचा तो वो रो पड़ा
मुझे शायरी का सिला दे गया
बड़ी धूप थी घर के बाहर 'मतीन'
मगर वो शजर आसरा दे गया
17084 viewsghazal • Hindi