ये किस ने कह दिया नाकामियों का ग़म नहीं होता
By abdur-rauf-shahid-ansariMay 19, 2024
ये किस ने कह दिया नाकामियों का ग़म नहीं होता
बहुत होता है लेकिन शौक़-ए-मंज़िल कम नहीं होता
यक़ीनन आप के वा'दों में कोई दम नहीं होता
मगर ये भी हक़ीक़त है भरोसा कम नहीं होता
बजा है आप फिर आमादा हैं तर्क-ए-तग़ाफ़ुल पर
मगर अब मुझ से 'अर्ज़-ए-मुद्द'आ पैहम नहीं होता
ख़िज़ाँ की चीरा-दस्ती से न घबराओ चमन वालो
जहान-ए-ज़िंदगी में एक ही मौसम नहीं होता
त'अज्जुब से मिरे पैरों के छाले देखने वालो
रह-ए-हस्ती में फ़र्श-ए-सब्ज़ा-ओ-शबनम नहीं होता
मैं गिरता हूँ सँभलता हूँ क़दम आगे बढ़ाता हूँ
मिरी नाकामियों में यास का 'आलम नहीं होता
कहाँ की बंदगी 'शाहिद' इसे हुस्न-ए-तलब कहिए
किसी के आस्ताँ पर सर किसी का ख़म नहीं होता
बहुत होता है लेकिन शौक़-ए-मंज़िल कम नहीं होता
यक़ीनन आप के वा'दों में कोई दम नहीं होता
मगर ये भी हक़ीक़त है भरोसा कम नहीं होता
बजा है आप फिर आमादा हैं तर्क-ए-तग़ाफ़ुल पर
मगर अब मुझ से 'अर्ज़-ए-मुद्द'आ पैहम नहीं होता
ख़िज़ाँ की चीरा-दस्ती से न घबराओ चमन वालो
जहान-ए-ज़िंदगी में एक ही मौसम नहीं होता
त'अज्जुब से मिरे पैरों के छाले देखने वालो
रह-ए-हस्ती में फ़र्श-ए-सब्ज़ा-ओ-शबनम नहीं होता
मैं गिरता हूँ सँभलता हूँ क़दम आगे बढ़ाता हूँ
मिरी नाकामियों में यास का 'आलम नहीं होता
कहाँ की बंदगी 'शाहिद' इसे हुस्न-ए-तलब कहिए
किसी के आस्ताँ पर सर किसी का ख़म नहीं होता
72762 viewsghazal • Hindi