ये क्या कम है कि कुछ तो काम करते जा रहे हैं
By salim-saleemFebruary 28, 2024
ये क्या कम है कि कुछ तो काम करते जा रहे हैं
मुबारकबाद उन्हें जो लोग मरते जा रहे हैं
मुझे फिर से पुकारो तुम कि इन तन्हाइयों में
मिरी ख़ामोशियों के ज़ख़्म भरते जा रहे हैं
हमें तंज़ीम की सूरत में रखती है कोई आँख
मगर हम अपने ख़्वाबों में बिखरते जा रहे हैं
बहुत हम को बुलाती है वो ख़ुशबू जान-लेवा
सो चलते जा रहे हैं और डरते जा रहे हैं
मुबारकबाद उन्हें जो लोग मरते जा रहे हैं
मुझे फिर से पुकारो तुम कि इन तन्हाइयों में
मिरी ख़ामोशियों के ज़ख़्म भरते जा रहे हैं
हमें तंज़ीम की सूरत में रखती है कोई आँख
मगर हम अपने ख़्वाबों में बिखरते जा रहे हैं
बहुत हम को बुलाती है वो ख़ुशबू जान-लेवा
सो चलते जा रहे हैं और डरते जा रहे हैं
78263 viewsghazal • Hindi