ये क्या कि सारे दिए रात-भर जला न करें
By salim-saleemFebruary 28, 2024
ये क्या कि सारे दिए रात-भर जला न करें
इन आंधियों से कहो और कुछ बहाना करें
मैं अपने दश्त को निकला हूँ अपनी रूह के साथ
सो शहर वाले मिरा जिस्म भी रवाना करें
मिरे लहू में परिंदा जो पर-फ़िशाँ है बहुत
वो आएँ और किसी दिन इसे निशाना करें
अब और क्या करें ख़्वाबों से भागने वाले
यही करें कि इन आँखों का सामना न करें
इन आंधियों से कहो और कुछ बहाना करें
मैं अपने दश्त को निकला हूँ अपनी रूह के साथ
सो शहर वाले मिरा जिस्म भी रवाना करें
मिरे लहू में परिंदा जो पर-फ़िशाँ है बहुत
वो आएँ और किसी दिन इसे निशाना करें
अब और क्या करें ख़्वाबों से भागने वाले
यही करें कि इन आँखों का सामना न करें
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