ज़रा सी बात पर घबराने वाले
By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
ज़रा सी बात पर घबराने वाले
'अजब हम को मिले समझाने वाले
हमें तो रात-भर को चाहिएँ लोग
कहाँ हैं बात को उलझाने वाले
ज़माने से नहीं आए वो तूफ़ाँ
हमें सहराओं तक फैलाने वाले
यही तो अस्ल मुजरिम हैं तुम्हारे
तुम्हें मुजरिम नहीं ठहराने वाले
मगर ये बोल मीठे ही रहेंगे
बदल जाएँगे इन को गाने वाले
'अजब हम को मिले समझाने वाले
हमें तो रात-भर को चाहिएँ लोग
कहाँ हैं बात को उलझाने वाले
ज़माने से नहीं आए वो तूफ़ाँ
हमें सहराओं तक फैलाने वाले
यही तो अस्ल मुजरिम हैं तुम्हारे
तुम्हें मुजरिम नहीं ठहराने वाले
मगर ये बोल मीठे ही रहेंगे
बदल जाएँगे इन को गाने वाले
50998 viewsghazal • Hindi