बाल सफेद करने मे जिंदगी निकल जाती है....काले तो आघे घंटे मेहो जाते है!!_"खुशीयां बटोरते बटोरते उमर गुजर गई ,पर खुश ना हो सके,एक दिन एहसास हुआ ,खुश तो वो लोग थे जो खुशीयां बांट रहे थे."दौलत की भूख ऐसी की कमाने निकल गए ।दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए ।बच्चों के साथ रहने की फुर्सत ना मिल सकी ।और जब फुर्सत मिली तो बच्चे खुद ही दौलत कमाने निकल गए