Love Shayari, Raat gum sum hai
By January 1, 2017

रात गुम सुम है मगर खामोश नही
कैसे कह दूँ आज फिर होश नही
ऐसे डूबा हूँ तेरी आँखों की गहराई में
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही।
1596 viewsLove • English
रात गुम सुम है मगर खामोश नही
कैसे कह दूँ आज फिर होश नही
ऐसे डूबा हूँ तेरी आँखों की गहराई में
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही।