चाँद

By rais-amrohviJune 30, 2021
बाजी ये कुछ झूट नहीं है
जगमग जगमग जगमग तारे
बाजी दुनियाएँ हैं सारे
हर तारे की एक फ़ज़ा है


इन में पानी और हवा है
इन में ख़ुश्की और ज़मीं है
बाजी ये कुछ झूट नहीं है
बाजी ये कुछ झूट नहीं है


बाजी इन तारों के अंदर
रेत चटानें और समुंदर
कैसे कैसे रूप हैं इन के
इन के दिन हैं सौ सौ दिन के


रौशन हर तारे की जबीं है
बाजी ये कुछ झूट नहीं है
बाजी ये कुछ झूट नहीं है
चाँद कि सूरज मामूँ नाने


तारे अपने दोस्त पुराने
हर तारे का रंग नया है
नीला कोई कोई हरा है
रंग हसीं है ढंग हसीं है


बाजी ये कुछ झूट नहीं है
बाजी ये कुछ झूट नहीं है
रॉकेट क्या क्या झूम रहे हैं
और ख़ला में घूम रहे हैं


क्या है गर रस्ते हैं मुश्किल
चाँद सितारे अपनी मंज़िल
अपनी मंज़िल दूर नहीं है
बाजी ये कुछ झूट नहीं है


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