एक लम्हा

एक लम्हा
इतना भयानक हो सकता है

कि तुम्हारी यादाशत छीन कर
तुम्हें माज़ी में भेज दे

एक दिन इतना
बुरा हो सकता है

कि तुम्हारी सारी ख़ुशियाँ छीन सके
एक रात इतनी डरावनी

हो सकती है
कि तुम्हें किसी ख़ुदा को मानने पर मजबूर कर दे

एक महीना
इतना मनहूस हो सकता है

कि तुम्हारा सारा साल
इश्क़ की नज़र हो जाए

एक साल
तुम्हारी ज़िंदगी बदल सकता है

और तुम सदियों तक
तारीख़ की गोद में सो सकते हो


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