फ़ज़ा

By January 1, 2017
फ़ज़ा
फ़ज़ा ये बूढ़ी लगती है
पुराना लगता है मकाँ
समुंदरों के पानियों से नील अब उतर चुका
हवा के झोंके छूते हैं तो खुरदुरे से लगते हैं


बुझे हुए बहुत से टुकड़े आफ़्ताब के
जो गिरते हैं ज़मीन की तरफ़ तो ऐसा लगता है
कि दाँत गिरने लग गए हैं बुड्ढे आसमान के
फ़ज़ा ये बूढ़ी लगती है


पुराना लगता है मकाँ
23348 viewsnazmHindi