जिस्म की तौहीन

By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
कोई दुपट्टा पहिए में आए तो मौत भी बन सकता है
शर्म हया पुरानी थी उस की
बस जुर्म नया था
पाक मोहब्बत में इस सारी


चालाकी का मतलब क्या था
छतों छतों आँखें लड़ने तक ठीक था सब कुछ
लेकिन सूने घर में मिलना
जिस्म को आगे रख कर ख़ुद पीछे छुप जाना


फिर कहना बस अब रुक जाओ
बस अब जाओ
क्यों सुनता मैं
बोलो आख़िर क्यों रुकता मैं


जिस्म की वो तौहीन मिरी तौहीन न थी क्या
11030 viewsnazmHindi