क्या जवाब दूँ
By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
मुस्कुराहट का पड़ाव
इतनी ऊँचाई पे होगा ये नहीं मा'लूम था
क़हक़हों से तेरे याराना रहा था इस लिए
हम कहीं समझे हुए बैठे थे दिल में
मुस्कुराना भी तिरा आसान होगा
हम ग़लत थे
और अब ये सोच कर घबरा रहें हैं
लौट कर यारों को मुँह दिखलाएँगे क्या
इतनी ऊँचाई पे होगा ये नहीं मा'लूम था
क़हक़हों से तेरे याराना रहा था इस लिए
हम कहीं समझे हुए बैठे थे दिल में
मुस्कुराना भी तिरा आसान होगा
हम ग़लत थे
और अब ये सोच कर घबरा रहें हैं
लौट कर यारों को मुँह दिखलाएँगे क्या
34726 viewsnazm • Hindi