लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा घोड़े की दुम पे जो मारा हथौड़ा दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा घोड़ा पहुँचा चौक में चौक में था नाई घोड़े जी की नाई ने हजामत जो बनाई दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा घोड़ा था घमंडी पहुँचा सब्ज़ी मंडी सब्ज़ी मंडी बर्फ़ पड़ी थी बर्फ़ में लग गई ठंडी दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा घोड़ा अपना तगड़ा है देखो कितनी चर्बी है चलता है मेहरौली में पर घोड़ा अपना अरबी है हाथ छुड़ा के दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा घोड़े की दुम पे जो मारा हथौड़ा दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा