मशवरा

By rahmat-amrohviJune 30, 2021
उथले पानी में गुहर मत ढूँडो
राएगाँ जाएगी मेहनत सारी
उथले पानी की तरफ़ मत देखो
संग-रेज़ों के सिवा क्या होगा


यूँ खड़े दूर से क्या तकते हो
बहर की तह में निहाँ हैं मोती
दुर्र-ए-मक़सूद हैं गहराई में
हो जो ग़व्वास तो तह तक पहुँचो


या तो ग़र्क़ाब ही हो जाओगे
वर्ना ले आओगे चुन कर मोती
41904 viewsnazmHindi