परिंदे

By basit-azeemFebruary 26, 2024
मैं इन परिंदों को जानता हूँ
मिरे बदन को ये बाँट लेंगे
कि मेरे मुर्दा बदन से यारो
ये मेरे आ'साब छाँट लेंगे


मैं इन परिंदों को जानता हूँ
मैं इन परिंदों को जानता हूँ
मैं इन परिंदों को जानता हूँ
कि जिन की चोंचें


लहू में तर हैं
कि जिन के पंजों में हड्डियाँ हैं
जो आसमानों की वुस'अतों से भी देख लेते हैं
मुर्दा लाशें


मैं इन परिंदों को जानता हूँ
मैं इन परिंदों को जानता हूँ
मैं इन परिंदों को जानता हूँ
जो अपनी मनहूस बूढ़ी आँखों से देखते हैं


मिरे बदन को मिरे बदन को
मिरे बदन को जिस के आ'साब सड़ चुके हैं
कि जो ग़लाज़त का एक अम्बार बन गया है
कि जो त'अफ़्फ़ुन से अपनी पूरी फ़ज़ा को मस्मूम कर रहा है


मैं जानता हूँ कि ये परिंदे
जो देखते हैं मिरे बदन को 'अजब तरह चश्म-ए-नीम-वा से
ये मेरी आँखों के बंद होने के मुंतज़िर हैं
कि बंद होते ही मेरी आँखें


46990 viewsnazmHindi