पेश-ओ-पस By Nazm << पीला कुत्ता ना-रसाई >> उस के आगे सन्नाटा है वो काला है उस के पीछे इक चेहरा है वो प्यारा है वो अपनी पीठ पे अपनी आँखें बाँधे जाता है एक पाँव आगे की जानिब दूसरा पीछे जाता है Share on: