कुछ कहते कहते रह जाना और रुकते रुकते कह जाना ये प्यार तो ऐसा होता है जो दिल में दर्द समोता है अब भीगी भीगी शामों में इक चेहरा हर पल आँखों में हँसता भी है रोता भी है दिल में दर्द डुबोता भी है कि इक एहसास मिटाने को कि दिल में दर्द बसाने को हर धड़कन में हर आँगन में कि छनके हाथ के कंगन में ये रंग नज़र बस आता है ऐसा अक्सर हो जाता है दिल का दाग़ अनोखा है 'ख़ानम' ये सब तो धोका है