रक़ीब

By sumita-misraFebruary 29, 2024
तुम ग़ैर नहीं मैं ने माना
फिर भी जब मेरे घर आना
लाज़िम है तुम्हारा
ज़रा तकल्लुफ़ से पेश आना


जहाँ मैं रहती हूँ
वहाँ ज़माना रक़ीब है
क्यों बे-वजह सुबूत दें
कौन कितना क़रीब है


39451 viewsnazmHindi