शादी का दिन
By shariq-kaifiFebruary 29, 2024
ये मुझ पर तब खुला
कि ये दिन भी किसी भी और दिन जैसा ही कोई 'आम दिन है
मैं जब इक हाथ से सेहरा सँभाले
शेरवानी में
बहुत ही तंग से इक टॉयलेट में
सीट पर बैठा हुआ था
कि ये दिन भी किसी भी और दिन जैसा ही कोई 'आम दिन है
मैं जब इक हाथ से सेहरा सँभाले
शेरवानी में
बहुत ही तंग से इक टॉयलेट में
सीट पर बैठा हुआ था
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