अब क्या बताएँ क्या था समाँ पैरहन के बीच By Qita << ऐ मिरा जाम तोड़ने वाले अभी जवाँ है ग़म-ए-ज़िंदगी... >> अब क्या बताएँ क्या था समाँ पैरहन के बीच जज़्बात हो रहे थे जवाँ पैरहन के बीच क्या झिलमिली भी रोकती गोरे बदन की आँच पिघला हुआ था शोला रवाँ पैरहन के बीच Share on: