क़रीब आ कि मोहब्बत का एहतिमाम करें
By dr.-yasin-aatirApril 20, 2024
क़रीब आ कि मोहब्बत का एहतिमाम करें
ज़माना बीत गया दिल पे चोट खाए हुए
मुझे भी एक नए ज़ख़्म की ज़रूरत है
तुझे भी हो गई मुद्दत मुझे सताए हुए
ज़माना बीत गया दिल पे चोट खाए हुए
मुझे भी एक नए ज़ख़्म की ज़रूरत है
तुझे भी हो गई मुद्दत मुझे सताए हुए
92772 viewsqita • Hindi