अब तो इंसान की अज़्मत भी कोई चीज़ नहीं By Sher << ज़लज़लों की नुमूद से '... ज़ख़्म इतने हैं बदन पर कि... >> अब तो इंसान की अज़्मत भी कोई चीज़ नहीं लोग पत्थर को ख़ुदा मान लिया करते थे Share on: