बड़े क़लक़ की बात है कि तुम इसे न पढ़ सकेBy nazim-sultanpuriNovember 11, 2020बड़े क़लक़ की बात है कि तुम इसे न पढ़ सकेहमारी ज़िंदगी तो इक खुली हुई किताब थी32082 viewssher • Hindi02Share