तेरी तो 'बिल्क़ीस' निराली ही बातें हैं By Sher << हर साँस नई साँस है हर दिन... तुम्हें साहिल की हसरत है ... >> तेरी तो 'बिल्क़ीस' निराली ही बातें हैं इस दुनिया में कैसे तिरा गुज़ारा होगा Share on: