बिंत-ए-हव्वा हूँ मैं ये मिरा जुर्म है By Sher << मैं एक पल में अँधेरे से ह... वहम ही वहम में अपनी हुई औ... >> बिंत-ए-हव्वा हूँ मैं ये मिरा जुर्म है और फिर शाएरी तो कड़ा जुर्म है Share on: