चाहा था ठोकरों में गुज़र जाए ज़िंदगीBy salik-lakhnaviNovember 16, 2020चाहा था ठोकरों में गुज़र जाए ज़िंदगीलोगों ने संग-ए-राह समझ कर हटा दिया50148 viewssher • Hindi07Share