चैन इस दिल को न इक आन तिरे बिन आया By Sher << वतन की सर-ज़मीं से इश्क़-... पीता नहीं शराब कभी बे-वज़... >> चैन इस दिल को न इक आन तिरे बिन आया दिन गया रात हुई रात हुई दिन आया Share on: