देख फूलों से लदे धूप नहाए हुए पेड़ By Sher << हाँ मुझ पे सितम भी हैं बह... बुरा न मान 'ज़िया'... >> देख फूलों से लदे धूप नहाए हुए पेड़ हँस के कहते हैं गुज़ारी है ख़िज़ाँ भी हम ने Share on: