देख कभी आ कर ये ला-महदूद फ़ज़ा By Sher << पहले क्या था जो किया करते... मैं ने तन्हाइयों के लम्हो... >> देख कभी आ कर ये ला-महदूद फ़ज़ा तू भी मेरी तन्हाई में शामिल हो Share on: