दुनिया ने मुँह पे डाला है पर्दा सराब का By Sher << हम को पहचान कि ऐ बज़म-ए-च... चुभ रही है अँधेरी रात मुझ... >> दुनिया ने मुँह पे डाला है पर्दा सराब का होते हैं दौड़ दौड़ के तिश्ना-दहन ख़राब Share on: