बला से कुछ हो हम 'एहसान' अपनी ख़ू न छोड़ेंगे By Sher << जो माँग रहे हो वो मिरे बस... गिर भी जाती नहीं कम-बख़्त... >> बला से कुछ हो हम 'एहसान' अपनी ख़ू न छोड़ेंगे हमेशा बे-वफ़ाओं से मिलेंगे बा-वफ़ा हो कर Share on: