हम तोहफ़े में घड़ियाँ तो दे देते हैं By Sher << खुल कर आख़िर जहल का एलान ... हम आज क़ौस-ए-क़ुज़ह के मा... >> हम तोहफ़े में घड़ियाँ तो दे देते हैं इक दूजे को वक़्त नहीं दे पाते हैं Share on: