हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पर दम निकले By Sher << तेग़-बाज़ी का शौक़ अपनी ज... तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ ... >> हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले i have a thousand yearnings , each one afflicts me so many were fulfilled for sure, not enough although Share on: