हम ऐसे बख़्त के मारे कि शहर में आ करBy ahmar-nadeemNovember 10, 2024हम ऐसे बख़्त के मारे कि शहर में आ करलिबास-ए-गर्दिश-ए-दौराँ भी तार तार किया98055 viewssher • Hindi00Share