ज़ब्त-ए-जुनूँ से अंदाज़ों पर दर तो बंद नहीं होते

By akbar-ali-khan-arshi-zadahOctober 23, 2020
ज़ब्त-ए-जुनूँ से अंदाज़ों पर दर तो बंद नहीं होते
तू मुझ से बढ़ कर रुस्वा हो ये भी तो हो सकता है
71748 viewssherHindi