जिन को है अभी नाम से बंदी के तनफ़्फ़ुर By Sher << जलवा-ए-रुख़सार-ए-साक़ी सा... शिकम की आग लिए फिर रही है... >> जिन को है अभी नाम से बंदी के तनफ़्फ़ुर अल्लाह ने चाहा तो वही प्यार करेंगे Share on: