कपड़े गले के मेरे न हों आब-दीदा क्यूँBy meer-taqi-meerNovember 29, 2020कपड़े गले के मेरे न हों आब-दीदा क्यूँमानिंद-ए-अब्र दीदा-ए-तर अब तो छा गया18154 viewssher • Hindi07Share