ख़्वाह काबा हो कि बुत-ख़ाना ग़रज़ हम से सुनBy meer-hasanNovember 17, 2020ख़्वाह काबा हो कि बुत-ख़ाना ग़रज़ हम से सुनजिस तरफ़ दिल की तबीअत हो उधर को चलिए97189 viewssher • Hindi09Share