लोग किस किस तरह से ज़िंदा हैं By Sher << क़ालिब को अपने छोड़ के मक... पलकों के सितारे भी उड़ा ल... >> लोग किस किस तरह से ज़िंदा हैं हमें मरने का भी सलीक़ा नहीं Share on: