मैं जो सर-ब-सज्दा हुआ कभी तो ज़मीं से आने लगी सदा By Sher << उस से कह दो कि मुझे उस से... जुर्म आदम ने किया और नस्ल... >> जो मैं सर-ब-सज्दा हुआ कभी तो ज़मीं से आने लगी सदा तिरा दिल तो है सनम-आश्ना तुझे क्या मिलेगा नमाज़ में Share on: