मैं ने पूछा था कि इज़हार नहीं हो सकता By इज़हार, Sher << क़ासिद ये ज़बाँ उस की बया... हमारे घर के क़रीब एक झील ... >> मैं ने पूछा था कि इज़हार नहीं हो सकता दिल पुकारा कि ख़बर-दार नहीं हो सकता Share on: