मंज़िलें इश्क़ की आसाँ हुईं चलते चलते

By makhdoom-mohiuddinNovember 4, 2020
मंज़िलें इश्क़ की आसाँ हुईं चलते चलते
और चमका तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा आख़िर-ए-शब
39322 viewssherHindi